अब देश के सबसे बड़ें भारतीय बैंक एसबीआई ने 5000 रुपये से 3000 रुपये की बचत खातों में न्यूनतम मासिक मासिक शेष राशि को कम कर दिया है।
एसबीआई के अनुसार संशोधित न्यूनतम औसत मासिक शेष आवश्यकताओं और शुल्क अक्टूबर से लागू किया जाएगा।हम बता बता रहे हैं कि यह केसे 5000 Se Ghat Kar SBI Ki Minimum Balance Hui 3000 Rupees हुआ।
अंतिम परिवर्तन अप्रैल 2017 में किया गया था। महानगर क्षेत्र में उस बदलाव के अनुसार न्यूनतम आवश्यकता 500 रुपये थी। शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्र में यह क्रमशः 3000 और 2000 था और ग्रामीण शाखाओं के लिए, यह 1000 रुपये था।
अब एसबीआई ने मेट्रो और शहरी केंद्र को एक श्रेणी में रखने का फैसला किया है। न्यूनतम मासिक शेष राशि 3,000 रुपये कर दी है। अब अर्द्ध-शहरी और ग्रामीण केंद्र की सीमा पर शुल्क 20 रुपये से 50 रुपये है।जो इससे पहले यह 100 रुपये और जीएसटी था।
बैंकों ने दोहराया कि यह नियम मूल बचत खाते और पीएम के जन-धन खातों को बनाए रखने के लिए आवश्यक नहीं हैं। ऋणदाता में 42 करोड़ बचत बैंक खाते हैं।जिनमें से 13 करोड़ इस श्रेणी के हैं। बैंकों के अनुसार इस संशोधन का 5 करोड़ खाता धारकों को लाभ मिलेगा |