क्या आप जानते हैं की केवल 1o% से 20% प्रतिशत हँसी जोक्स के कारण होती है, लड़कियाँ लड़को से जयादा हँसती है | हम 30% जयादा हँसते है जब हम लोगो के साथ होते हैं, जब हम अकेले होते है तब हम कम हँसते हैं | लड़को को वो लड़कियाँ जयादा पसंद आती है जो उनके साथ हँसती हैं , लड़कियों को वो लड़के पसंद आते है जो उनको हँसाते है | इस ब्लॉग में हम आपको बताएँगे के लड़कियों को हँसाने का सही तरीका क्या है|
लड़कियोंको हँसाने का सही तरीका क्या है
रोबर्ट प्रोविने जो एक वैज्ञानिक है और जिन्होंने लिखा है : लाफ्टर : एक साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन कहते है हँसी जयादा निर्भर करती है हमारे सम्बन्धो पर न की चुटकुलो पर | इसका उद्देश्य होता है दो लोगो के बीच सम्बद्ध बने | प्रोविने कहते है की जो बोलते है वो ४६% जयादा हँसते हैं, हम जब कुछ लोगो से घिरे होते है तो जयादा हँसते है, हँसी हमेशा छोटे छोटे अंतराल के बात आती है और २०% बाते जिन पर लोग हँसते है वो कही से भी मजेदार नहीं होती है |
हम इसलिए किसी की बात पर नहीं हँसते है की उनकी बातें मज़ेदार या हास्यजनक होती है, हम इसलिए हँसते की हम लोगो के साथ जुड़ सके | तो आप लोगो के साथ जुड़ना चाहते है तो उनको धयान से सुने | हमें जयादा हँसी आती है जब हम दूसरो पर हँसते हैं , हम ऐसे ही है | लड़के जयादा अच्छी तरह से हँसने वाली बातों को पकड़ लेते है | हँसना शीघ्र प्रभावी होता है|
लड़कियाँ इसीलिए लड़को को जो जयादा हँसते है, पसंद करते है | अगली बार जब आप किसी के साथ हो तो उनकी हँसी से पता कर सकते है की लोग आपके बारे में क्या सोचते है और क्या महसूस करते हैं | पर इससे सब कुछ तो नहीं पता चल सकता है क्योकि हम बेवजह भी हँसते रहते हैं | हँसी आपकी पर्सनालिटी और आपके माहौल पर निर्भर करता है |
लड़के जो अच्छी तरह से मज़ाक करना जानते है वो दोस्तों से घिरे रहते है, ऐसे लड़को को जोक याद रखने के जरूरत नहीं होती है बल्कि उनका दिन उनकी प्रतिभा पर ही कट जाता है | हम हँसते है तो एक साथ हँसते है, कभी अपने दोस्तों को एक साथ देखो, लोगो को किसी फंक्शन में देखो या फिर कभी किसी पिक्चर हॉल में | सब अनजान लोग एक साथ ही हँसने लगते है | एक शोध एक अनुसार हँसने का मूल महत्व है दूसरो में अपने लिए सकारात्मक भावनाए लाना, जब हम हँसते है आस पास के लोग हँसते है, फिर सब खुश हो जाते है विदेश में लोग जब शादी के लिए या फिर डेटिंग के लिए विज्ञापन देते है तो लड़के लिखते है गुड सेंस ऑफ़ ह्यूमर और लड़कियाँ इस बात की मांग करती है |
लोग आपकी बातों पर हँसते है, आपके हाव – भाव को देख कर हँसते है, लोग आपकी छोटी छोटी बातों को पकड़ कर हँसते है | तो अगली बार जब आप किसी को हँसाने चाहे तो किसी जोक का सहारा न ले पर अपने आप को टेंशन फ्री रखे और देखे की आप किस तरह अपनी छोटी छोटी बातों पर हँसने लगते है और दूसरे भी आपसे जुड़ने लगते है |
हम जहाँ नौकरी कर रहे थे वह कंपनी घाटे में चल रही थी, वहां नौकरी जाने वाली थी, मेरे दोस्त ने जब ये मुझे पुछा की भाई नौकरी का क्या होगा तो मैंने मुस्कुराते हुए उसे बोला तेरी नौकरी तो जरूर जाएगी, उनसे पलटकर कहा की क्या दुकान खोल लू ; और हम दोनों जोर जोर से हँसने लगे | ये दूसरी बात है की किसी की नौकरी नहीं गयी पर ये हँसी हम दोनों के रिश्ते को बया करती है |
हँसी हमारे मनोभाव पर भी निर्भर करती है, आप जहाँ पर शांत है, खुश है, जिन लोग के साथ आप सुरक्षित है, जो आपका सम्मान करते है आप उनके साथ देखे की कितना खिलकर हँसते है | यही रुख यदि आप अनजाने लोगो के साथ रखते हैं तो आप उनके साथ तुरंत ही रिश्ता बना लेते है |